एक मशहूर प्रेरक वक्ता ने समारोह में कहा -
"मैंने अपनी जिंदगी के सबसे अच्छे साल उस औरत के
बाहों मे गुजारे, जो मेरी पत्नी नहीं थी ।"
सब एक दम से चुप हो गए। तब उसने बात
आगे बढ़ाते हुए कहा -
"वह औरत मेरी माँ थी"
वहाँ मौजूद एक व्यक्ति ने यही कथन अपने घर में दारू पीने के बाद आजमाना चाहा। किचन में
काम कर रही पत्नी के पास जाकर बोला - " मैंने अपनी जिंदगी के सबसे अच्छे बरस उस औरत के
बाहों मे गुजारे जो मेरी पत्नी नहीं थी।" पर इसके बाद वह भूल गया और बुदबुदाया - मुझे याद
नहीं आ रही वो औरत कौन थी ।
बाद मे उसे जब होश आया तो वो अस्पताल में था। उबलते हुए पानी के फेंके जाने से बुरी तरह झुलस गया था बेचारा.
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मॉरल : यदि आप नकल नहीं कर सकते तो इस से बचिए.
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