एक महिला एक बच्चे को गोद में उठाये हुए बस में चढ़ी।
बस ड्राईवर ने उसके बच्चे कि तरफ देखा और कहा, "मैंने ऐसा बदसूरत बच्चा आज तक नहीं देखा।"
महिला ने कन्डक्टर को किराया पकड़ाया और पीछे जाकर सीट पर बैठ गयी।
उसे ड्राईवर की बात का बुरा लगा था, इसलिए वह थोड़ी उदास सी थी।
उसके साथ बैठे आदमी ने पूछ लिया कि, "बहनजी क्या बात है? आप कुछ परेशान लग रही है।"
महिला ने कहा, "अभी
अभी ड्राईवर ने मेरी बेइज्जती की है।"
उस आदमी ने उसे सहानुभूति देते हुए कहा, "क्यों? वह तो जानता का नौकर है उसे इस प्रकार यात्रियों की बेइज्जती नहीं करनी चाहिए।"
महिला ने कहा, "आप ठीक कहते हैं, मुझे लगता है कि मुझे उसकी बदतमीजी का जवाब दे देना चाहिए जिससे मेरे मन को शांति मिले।"
उस आदमी ने कहा, "ये बहुत अच्छी बात कही आपने, आप जाईये और.......... इस बंदर को मुझे दीजिये।"
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बस ड्राईवर ने उसके बच्चे कि तरफ देखा और कहा, "मैंने ऐसा बदसूरत बच्चा आज तक नहीं देखा।"
महिला ने कन्डक्टर को किराया पकड़ाया और पीछे जाकर सीट पर बैठ गयी।
उसे ड्राईवर की बात का बुरा लगा था, इसलिए वह थोड़ी उदास सी थी।
उसके साथ बैठे आदमी ने पूछ लिया कि, "बहनजी क्या बात है? आप कुछ परेशान लग रही है।"
महिला ने कहा, "अभी
अभी ड्राईवर ने मेरी बेइज्जती की है।"
उस आदमी ने उसे सहानुभूति देते हुए कहा, "क्यों? वह तो जानता का नौकर है उसे इस प्रकार यात्रियों की बेइज्जती नहीं करनी चाहिए।"
महिला ने कहा, "आप ठीक कहते हैं, मुझे लगता है कि मुझे उसकी बदतमीजी का जवाब दे देना चाहिए जिससे मेरे मन को शांति मिले।"
उस आदमी ने कहा, "ये बहुत अच्छी बात कही आपने, आप जाईये और.......... इस बंदर को मुझे दीजिये।"
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